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नेत्रदान | Donation of Eyes

Posted in Hindi Stories, Moral Stories, Motivational Stories, and Zindagi

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🌼 एक 18 साल का लड़का 🚶 ट्रेन 🚉 में खिड़की के पास वाली सीट पर बैठा था ।
अचानक वो ख़ुशी में जोर से चिल्लाया पिताजी, वो देखो, पेड़ पीछे जा रहे हैं ।
उसके पिता ने स्नेह से उसके सर पर हाथ फिराया, वो लड़का फिर चिल्लाया पिताजी वो देखो, आसमान में बादल भी ट्रेन के साथ साथ चल रहे हैं । ☁

Netradaan - Mahadaan HindIndia
Netradaan – Mahadaan
पिता की आँखों से आंसू निकल गए, पास बैठा आदमी ये सब देख रहा था, उसने कहा इतना बड़ा होने के बाद भी आपका लड़का बच्चों जैसी हरकतें कर रहा है ।
आप इसको किसी अच्छे डॉक्टर को क्यों नहीं दिखाते ?
पिता ने कहा कि वो लोग डॉक्टर के पास से ही आ रहे हैं, मेरा बेटा जन्म से अँधा था, आज ही उसको नयी 👁 आँखें 👁 मिली हैं ।

निष्कर्ष (Conclusion)

👁 नेत्रदान करें, किसी की जिंदगी में रोशनी भरें ।
👁 हर इंसान की जिंदगी से कोई न कोई कहानी जुडी हुयी रहती है, इसलिए किसी भी इंसान के बारे में कोई धारणा बनाने से पहले उसकी जिंदगी के उस पहलु पर सोच विचार कर लेना चाहिए |
सच्चाई जानने के बाद आप हैरान हो सकते हैं, पहले सोचिये फिर बोलिए .. !! 👏

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